
क्या एक अंगूठी पहनने से हमारा भाग्य बदल सकता है. क्या पुखराज या कोई अन्य रत्न पहनने से हमारा भाग्य बदल सकता है, क्या किसी मेटल जैसे पीतल, अष्टधातु या ताम्बे की अंगूठी पहनने से भाग्य बदल सकता है. इस प्रश्न का उत्तर है -नहीं. तो क्या हमें कोई भी अंगूठी पहनने से कोई लाभ नहीं होता , उत्तर है -होता है. पर कैसे , इसी विषय पर हम आगे बात करने वाले हैं, अंत तक बने रहिये इसको विस्तार से जानने के लिए. नमस्कार, ज्योतिश्युग एस्ट्रो सोलुसंस में आपका स्वागत है.
तो चलिए आगे बढ़ते हैं. आपने अक्सर किसी वीडियो में या किसी विज्ञापन में देखा होगा की इस अंगूठी को पहनने मात्र से आपका भाग्य बदल जायेगा या आपके सारे रुके हुए काम बन जायेंगे. और आप मेसे बहुत से लोगों ने उन अंगूठियों को लेकर धारण भी कर लिया होगा, लेकिन क्या उससे आपका भाग्य बदल गया, क्या आपके रुके हुए सारे काम बन गए, मुझे बताने की जरुरत नहीं है की ऐसा नहीं हुआ होगा, इसमें कुछ लोग कहेंगे की नहीं मेरा तो काम हो गया, मेरा तो भाग्य बदल गया. देखिये अगर सौ लोग एक ही काम करते हैं और उनमे से पांच या दस लोगों का काम हो जाता है तो इसमें ये नहीं कहेंगे कि उस अंगूठी की वजह से हो गया, बल्कि ये कहेंगे की उन लोगों का काम होने का समय आ गया था. अगर सौ में से नब्बे लोगों का काम नहीं हुआ तो इसका कारण वो अंगूठी तो नहीं थी.
किसी भी काम के बनने या ना बनने में कोई एक कारण शामिल नहीं होता, इसमें बहुत से कारण शामिल होते हैं, कोई भी एक चीज़ आपके भाग्य को बना नहीं सकती और ना ही बिगाड़ सकती है, इन दोनों के ही पीछे बहुत से कारण होते हैं, धीरे धीरे चीज़ें टूटती रहती हैं और हमारे भाग्य को बिगाडती रहती हैं, पहले तो हमें समझ में नहीं आता पर जब थोड़ा थोड़ा मिलकर बड़ा हो जाता है तो हमें समझ में आने लगता है कि सब कुछ गड़बड़ हो गया. ठीक इसी प्रकार जब छोटी छोटी चीज़ें जुड़ती हैं तो हमारे भाग्य को बनाना शुरू करती हैं, इसमें भी पहले तो हमें समझ में नहीं आता की कुछ सही भी हो रहा है, लेकिन जब अच्छी चीज़ें जुड़ती चली जाती हैं तो हमें दिखने लगता है कि समय सही हो रहा है.
तो अंगूठी भी उन्ही अच्छी चीज़ों में से एक चीज़ है, अपनी कुंडली का सही मूल्याकन करवा कर यदि हम सही अंगूठी धारण करते हैं तो ये हमारे जीवन में अच्छी चीज़ों का प्रतिशत बढाएगी और हमें अच्छे समय की ओर लेकर जाएगी. इसके साथ अगर और भी उपायों की आवश्यकता हो तो उन्हें भी करना चाहिए, ईश्वर की सच्चे मन से आराधना करनी चाहिए और सबसे जरुरी अपने कर्मो को सही करना चाहिए. हमेशा अच्छे कर्मो की ओर अग्रसर होना चाहिए. कोशिश करें की हमारी वजह से किसी को कोई तकलीफ ना हो, क्योंकि हमारे अच्छे भाग्य के निर्माण के लिए ये सब कुछ जरुरी है, ये ब्रम्हांड जीवित है जिसमे हम रहते हैं, ये हमारा पूरा लेखा जोखा रखता है, हमें हर समय देख रहा है, सुन रहा है. और हम जो कर रहे हैं उसी के अनुसार हमारा भाग्य निर्धारित कर रहा है. धीरे धीरे ये सब मिलकर हमें हमारे अच्छे समय की ओर लेकर जायेगा और हमारे जीवन को खुशियों से भर देगा |
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वीडियो लिंक: क्या एक अँगूठी से भाग्य बदल सकता है