Ganesh Ji Ke Vahan Mushak Ka Rahasya (गणेशजी के वाहन मूषक का रहस्य)
Ganesh Ji Ke Vahan Mushak Ka Rahasya (गणेशजी के वाहन मूषक का रहस्य)
Ganesh Ji Ke Vahan Mushak Ka Rahasya (गणेशजी के वाहन मूषक का रहस्य)- एक बार अमरावती में देवताओं की सभा हो रही थी | देवराज इन्द्र राज सिंहासन पर विराजमान थे | उस सभा में गन्धर्व राज क्रौच भी उपस्थित थे | किसी आवश्यक कार्यवश उन्हें सभा से जाना पड़ा | शीघ्रता के कारण गलती से उनका पाँव वहां बैठे महर्षि वामदेव से छू गया |
वामदेव ने इसे अपना अपमान समझा और क्रोधवश तुरन्त शाप दे दिया कि हे मूर्ख गन्धर्व तू इतना मदमस्त हो रहा है कि तूने शांत बैठे मुनि को लात मार दी | तू मूषक बन जा | श्राप सुनकर गन्धर्वराज भयभीत हुआ तथा मुनि के सामने रोने और गिडगिडाने लगा |
महर्षि वामदेव को उसपर दया आ गयी और उन्होंने कहा कि तू मूषक तो अवश्य बनेगा किन्तु गणेशजी का वाहन(vahan) बनने के कारण तू दुखी नही रहेगा | गन्धर्वराज शीघ्र ही मूषक बनकर महर्षि...