रुद्राक्ष में ऐसी दिव्य शक्ति होती है जो मनुष्य की अज्ञात जीवन चेतना को प्रभावित कर सुख ,समृद्धि एवं शांति का मार्ग प्रशस्त करने में सक्षम है | वनस्पति जगत में रुद्राक्ष ही एकमात्र ऐसा फल है जो धर्म ,अर्थ ,काम ,मोक्ष प्रदान करने में प्रभावपूर्ण होता है | रूद्र का अर्थ है शिव और अक्ष का अर्थ है आँख.इन शब्दों के मेल से बना है रुद्राक्ष | रुद्राक्ष के ऊपर जो लकीरें बनी होती हैं उन्हें ही मुख कहा जाता है | मुख के आधार पर ही रुद्राक्ष का महत्व एवं प्रभाव आँका जाता है |जब कभी रुद्राक्ष आपस में जुड़े हुए होते हैं तो उन्हें गौरीशंकर अर्थात् शिव और पार्वती का रूप कहा जाता है |
रुद्राक्ष अनेकानेक चमत्कारिक प्रभावों से युक्त है.रुद्राक्ष के भिन्न-भिन्न मुखी फल भाग्योदय ,रोग निवृत्ति ,व्यापार वृद्धि ,भूत-प्रेत बाधा नाश ,संतान एवं पुत्र प्राप्ति ,चुनाव में जय-विजय प्राप्ति ,विवाह व्यवधान में निवृत्ति ,सफल व सुरक्षित यात्रा ,राजकीय कार्य व्यवधान की समाप्ति ,नौकरी में पदोन्नति ,सामाजिक प्रतिष्ठा ,आध्यात्मिक शक्ति इत्यादि के लिए कारक मने जाते है |