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जन्मतिथि के आधार पर रुद्राक्ष धारण

जन्मांको का महत्व जिस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त है उसी तरह भक्ति आराधना केक्षेत्र में भी इनका अपना एक विशिष्ट स्थान है | रुद्राक्ष योग ,भोग व मोक्ष के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मने गये है | रुद्राक्षधारण के आधार बतलाये गये है ,यहाँ जन्मांको के आधार पर रुद्राक्ष धारण प्रस्तुत है | शक्ति एवं सुख –समृद्धि कीकामना हेतु भक्ति आराधना की सफलता में जन्मांकों के आधार पर रुद्राक्ष धारण कल्याणकारी हो सकता है |

जन्मांक -1  वाले व्यक्तियों को एक मुखी ,तीन मुखी ,ग्यारह मुखी तथा चौदह मुखी रुद्राक्ष माला धारण लाभप्रद रहती है| यह रुद्राक्ष जातक को धन ,शासन सत्ता,अधिकार एवं भौतिक सुखों की प्राप्ति कराता है |

इस जन्मांक वाले व्यक्तियों को सूर्योदय के पूर्व उठाना चाहिए तथा उगते हुए सूर्य के दर्शन करना भाग्यप्रद रहता है.समाज, राष्ट्र, संस्था इत्यादि के नेतृत्व सम्बंधित कार्य अथवा मुखिया पद जैसे-राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री ,संस्था /संस्थानमुखिया ,वित्त ,कमीशन एजेंट कार्य ,ज्वेलरी ,वाहन ,कला एवं डिजायनिंग कार्य ,राजकीय सेवा में उच्च पद अधिकारी,राजदूत ,ठेकेदारी ,आदि कार्यो में यह रुद्राक्ष महत्वपूर्ण माना जाता है|

जन्मांक -2   वाले व्यक्तियों को दो मुखी एवं सात मुखी रुद्राक्ष माला धारण करनी चाहिए |इसके धारक को शिव –पार्वतीका आशीर्वाद प्राप्त होता है | दिमागी एकाग्रताशक्ति बढ़ाने में लाभदायक माना जाता है | दो मुखी रुद्राक्ष के दाने श्रृंगार प्रसाधन ,जवाहरात व स्त्रियों के उपयोग में आने वाली वस्तुओं के कारोबार में ,कपड़ा इत्यादि के व्यापार में लाभ प्रदान करने में सक्षम एवं धर्म व अध्यात्म से सम्बंधित वस्तुओं से लाभ पहुँचाने में सहायक माना जाता है | दो मुखी रुद्राक्ष को हस्त नक्षत्र में धारण करना चाहिए |

चन्द्र के विशेष गुण एवं प्रभाव व्यक्ति के कार्य-व्यापार एवं नौकरी में उत्पन्न होते है | इस जन्मांक वाले व्यक्तियों को तर्क शक्ति ,कल्पना शक्ति एवं कला का विशिष्ट वरदान होता है | इनको इनके कार्यों का पर्याप्त यश एवं सम्मान मिल जाता है |

जन्मांक -3  वाले व्यक्तिओं को चार मुखी एवं दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए | चार मुखी रुद्राक्ष को चारों वेदों का प्रतिनिधित्व माना जाता है | तंत्र विज्ञान में इसका अत्यधिक महत्व है | मानसिक बेचैनी को दूर करने ,विवाह में रूकावट को दूर करने ,प्रभावपूर्ण साक्षात्कार ,ग्रहों की मार्केश स्तिथि से बचाव ,संतान/पुत्र सुख एवं आर्थिक सम्पन्नता प्रदान करने में सहायक माना जाता है | चार मुखी रुद्राक्ष पत्थर के खान एवं व्यापार में ,कृषि कार्यों में ,पशुधन सम्बन्धी कार्यों में प्रभावकारी मना गया है |

इस जन्मांक वाले व्यक्तियों को आत्मविश्वाश ,अनुशासन एवं सुव्यवस्था का वरदान होता है | क्रियाशीलता इनके जीवन की सफलता का महामंत्र है | इस जन्मांक वालों को कार्य –व्यापार एवं नौकरी के क्षेत्रों में किसी से विश्वासघात /धोखा /महत्वपूर्ण हानि की संभावना के युग रहते है |

जन्मांक -4  वाले व्यक्तियों को एक मुखी ,आठ मुखी ,नौ मुखी एवं तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना सुभ फलकारक माना जाता है | इस रुद्राक्ष को धारण करने से शीघ्र फल प्राप्ति एवं कार्य को सम्पान करने की शक्ति में वृद्धि होती है |

कार्य –व्यापार एवं नौकरी के क्षेत्रों में  अंक- 4 एकदम ऊँचाई एवं एकदम निचाई की प्रवत्ति वाला नंबर है |  27वें आयु वर्ष के उपरान्त महत्वपूर्ण परिवर्तन उत्पन्न होते है | इनको आकस्मिक धन प्राप्ति के साधनों के प्रति लगाव रहता है | कार्य –व्यापार एवं नौकरी में पुरुष वर्ग लाभकारी रहता है |

शेयर्स ,कलर पेंट ,खनिज ,यांत्रिक कार्य ,खनिज तेल ,आंकलन विभाग ,रेल विभाग ,दूर संचार ,वास्तुकार ,बिजली विभाग ,पत्रकारिता इत्यादि व सम्बंधित कार्यों में उपरोक्त रुद्राक्ष उपयोगी रहता है |

जन्मांक -5  वाले व्यक्तियों को एक मुखी ,पांच मुखी ,ग्यारह मुखी व बारह मुखी क्ष धारण करना उपुक्त रहता है | इसके धारक को पंचमुख भगवान् शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है | धार्मिक कृत्यों को संपन्न करने के लिए इसकी माला धारण करनी चाहिए |

इस जन्मांक वाले व्यक्ति मिलनसारिता ,जल्दबाज ,उच्च कल्पना शक्ति ,अकाट्य तर्क शक्ति एवं निरंतर क्रियाशीलता से युक्त होते है | शीघ्र लाभ परिणाम देने वाले कार्यों में इनका रुझान अधिक रहता है | राजनीति ,मीडिया ,दूरसंचार ,वाहन ,लेखन ,सम्पादन ,टूरिस्ट सम्बन्धी कार्य ,बैंकिंग एवं बीमा, वाचन,एवं भाषण सम्बन्धी कार्य में उपरोक्त रुद्राक्ष उपयोगी रहते है |

जन्मांक -6  वाले व्यक्तियों को छः मुखी ,आठ मुखी ,तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभप्रद रहता है | यह रुद्राक्ष स्त्रियों सम्बन्धी रोगों में भी उपयोगी सिद्ध होता है | यह आरोग्य ,बुद्धिवर्धक एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति में सहायक माना जाता है | राजकीय कार्यों में नौकरी ,पदोन्नति के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है |

इस अंक वाले व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र में लोकप्रिय होते है | वित्तीय एवं कार्य–व्यापार का स्थायित्व 36वे वर्ष के उपरांत मिलता है |संगीत कला ,शिल्प ,डिजायनिंग ,रेस्टोरेंट ,अभिनय ,रेडीमेड वस्त्र ,आयत –निर्यात ,श्रृंगार –प्रसाधन कार्य ,आभूषण ,भूमि क्रय-विक्रय इत्यादि कार्यों में उपरोक्त रुद्राक्ष महत्वपूर्ण माने जाते है |

जन्मांक -7  वाले व्यक्तियों को दो मुखी एवं सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ फलदायक माना जाता है | यह रुद्राक्ष धन –सम्पदा प्रदायक ,वशीकरण एवं दिमागी कृत्यों में लाभदायक रहता है | 

  अंक ज्योतिष में अंक सात को सर्वाधिक रहस्य एवं जोखिमपूर्ण अंक माना गया है | इस जन्मांक वाले व्यक्ति को कल्पना शक्ति का वरदान होता है | इन्हें अपने कार्य –क्षेत्र के अलावा किसी न किसी कला ,साहित्य ,मानसिक अवचेतना शक्ति से समबन्धित क्षेत्र में दक्षता प्राप्त होती है |

जनकल्याणकारी कार्य ,लेखन ,पत्रकारिता ,कवि ,चित्रकार ,फ़िल्म उद्धयोग ,नौसेना ,जलयान ,विदेशी मामले ,द्रव्य का कार्य ,सर्जन ,कैमिस्ट ,लिपिकीय कार्य ,धर्म एवं अध्यात्म दर्शन में यह रुद्राक्ष उपयोगी माने जाते है |

जन्मांक -8  वाले व्यक्तियों को पांच मुखी ,नौ मुखी ,तेरह मुखी एवं चौदह मुखी रुद्राक्ष भाग्यफलप्रद रहता है | इसके धारक को पारिवारिक सुख ,कार्य एवं व्यवसाय क्षेत्र  में सफलता प्राप्त होती है | जन्मांक आठ वाले व्यक्तियों को कार्यक्षेत्र में सफलता देरी से मिलती है | साथ ही इनको अपनी महत्वाकांक्षा पूर्ण करने हेतु त्याग एवं बलिदान करना पड़ जाता है | इनके द्वारा संपन्न किये गए कार्यों को दूसरे व्यक्ति प्रायः उपयुक्त रूप से समझ नही पाते है अतःयह ग़लतफहमी के शिकार हो जाते है |

ज्योतिष ,धातु एवं धातु निर्मित वस्तुएं ,तेल व्यापार ,खेलकूद से सम्बंधित सामग्री ,ठेकेदारी ,भूगर्भ से उत्पन्न वस्तुएं ,फोटोग्राफी ,ट्रांसपोर्ट ,हैवी मशीनरी ,कोयला ,जासूसी ,वकालत आदि कार्यों में उपरोक्त रुद्राक्ष उपयोगी रहता है |

जन्मांक -9  वाले व्यक्तियों को तीन मुखी ,सात मुखी ,ग्यारह मुखी एवं चौदह मुखी रुद्राक्ष शुभ लाभ करक होता है | चौदह मुखी रुद्राक्ष संपत्ति एवं पारिवारिक सुख तथा वैवाहिक सुख प्रदान करता है | यह रुद्राक्ष योग और मोक्ष दोनों ही देने वाला माना जाता है |

भवन निर्माण ,मशीनरी कार्य ,ऊर्जा –अग्नि से संचालित कार्य ,सेना ,पुलिस विभाग ,अभियांत्रिकी ,ज्योतिष ,चलचित्र ,गतिशील वस्तुओं से सम्बंधित कार्य ,खान/खननं इत्यादि से सम्बंधित कार्यों में उक्त रुद्राक्ष प्रभावपूर्ण रहता है | 

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